यह पुस्तक
प्राचीन काल से लेकर वर्तमान काल तक संस्कृत वाङ्मय में अर्थ चिन्तन की परम्परा को प्रकाशित करती है
।इसमें मैंने सह सम्पादक का दायित्व निर्वहन किया है।
लेखिका-डॉ.कल्पना द्विवेदी (असिस्टेण्ट प्रोफेसर, श्री एकरसानन्द आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, मैनपुरी)
प्रकाशन-देववाणी परिषद्, दिल्ली
प्रकाशन वर्ष-2015
मूल्य
-250 रुपया
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